बिल गेट्स की बेटी जेनिफ़र (Jennifer) ने मिस्र (Egypt) के नयाल नस्सार (Nayel Nassar) से शादी करने की जैसे ही घोषणा की वैसे ही “मोमिन” भाइयों की खुशी का ठिकाना न रहा, लेकिन क्या उन्हें इस शादी की ख़ुशी थी… नहीं! ख़ुश तो वो इसलिए थे क्योंकि “नयाल नस्सार” जो कि एक मुस्लिम मज़हब का लड़का है, उसने एक ईसाई मज़हब लड़की को “जीत” लिया है। और आप ख़ुशी मनाते हैं अपनी इस तरह की “Ghatiya Jeet” पर। और लोगों से ये उम्मीद भी रखते हैं कि वो आपकी मोहब्बत को “जेहाद” की नज़र से न देखे?
कहाँ पहुँच चुके हैं आप इस “मज़हब” के अंधेपन में, ये सोचा है आपने? दूसरे मज़हब की लड़की आपके किसी हम मज़हब भाई से शादी कर ले तो वो आपकी जीत होती है? ये आपका किस तरह का मज़हबी पागलपन है? जिसने आपको ऐसा बना दिया है? अरे भाई मोहब्बत की कोई क़ीमत बची है आपकी नज़रों में या युद्ध की तरह यहाँ भी सब कुछ जीतना ही है आपको?





इस शादी को इस्लाम की जीत समझने की गलती मत करिए!
जेनिफ़र “नयेल” से प्यार करती है साहब… और नयेल जेनिफ़र से… जेनिफ़र को पता भी नहीं होगा कि उसके प्यार को आप जैसे लोग एक तरह से इस्लाम की जीत समझेंगे… उसने प्यार किया है नयेल से… आपके मज़हब इस्लाम से नहीं।
और आप ये दलील मत दीजियेगा कि आप इस शादी से ख़ुश हैं इसलिए जश्न मना रहे हैं,नहीं! बिलकुल नहीं!! क्योंकि TMC की MP नुसरतजहाँ का हिन्दू लड़के से शादी करने पर मैं आपका जश्न देख चुका हूँ.. माशा अल्लाह… क्या चुन-चुन के गालियाँ दे रहे थे आप लोग।
अब आपको अपनी इस मानसिकता को बदलना होगा… अब आपको इस तरह की “समझ” को अपनाना होगा और इस तरह की समझ की वक़ालत करनी होगी जहाँ “Jennifer” अपना धर्म मानें और “Nayel Nassar” अपना। दोनों को शादी के लिए एक दूसरे का धर्म अपनाने की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं है। आप इस बात को सुनिश्चित करें और यही अपने बच्चों को भी सिखाएं कि “बेटा, किसी भी धर्म के लड़के/लड़की से अगर तुम शादी करते हो तो कभी भी उसे धर्म बदलने को मजबूर न करना।”
जिस दिन आप ये कर पाए उस दिन आप इस तरह के Ghatiya Jeet का जश्न मनाना बंद कर देंगे और दुनिया भी आपके प्यार को प्यार समझने लगेगी, जेहाद नहीं।
~ताबिश सिद्धार्थ